आज का हमारा टॉपिक है पाकिस्तान का नया मानचित्र....
तो शुरू करते है
चर्चा में क्यों
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर , लद्दाख , सर क्रीक और जुनागढ़ को शामिल करते हुए एक नया राजनीतिक मानचित्र जारी किया .
- यह मानचित्र अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू - कश्मीर को विशेष दर्जे की समाप्ति की पहली वर्षगांठ पर जारी किया गया है
- मानचित्र में पुरे जम्मू- कश्मीर को एक विवादित क्षेत्र के रूप में दर्शाया गया है . जिसमे कश्मीर के पूर्व में कोई तय सीमा नहीं है.
- इसके अलावा इस इस मानचित्र में इस्लामाबाद में कश्मीर राजमार्ग को श्रीनगर राजमार्ग के रूप में दर्शाया गया है.
- इस मानचित्र में यह दावा किया गया है कि सियाचिन , सरक्रीक और जूनागढ़ पाकिस्तान के हिस्से में है
यह पहली बार नहीं है कि जब पाकिस्तान ने जूनागढ़ को अपने क्षेत्र के रूप में दर्शाने की कोशिश की है . वर्ष 2012 में भी पाकिस्तान ने अपने एटलस में जूनागढ़ को पाकिस्तान का हिस्सा बताया था.
भारत की प्रतिक्रिया .....
- पाकिस्तान के इस कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत ने इसे राजनीतिक बेतुकापन की एक कवायद करार दिया है भारत के अनुसार , इन हस्यापस्द दावो की न तो कोई कानूनी वैधता है और न ही अंतर्राष्ट्रीय विश्वसनीयता है
हाल के दिनों में दूसरी बार था. जब भारत के पड़ोसी देशो ने भारतीय क्षेत्रो पर दावा करते हुए मानचित्र जारी किये है. इससे पहले नेपाल भी ऐसा कर चुका है.
सर क्रीक लाइन.
- यह कच्छ के रण में भारत और पाकिस्तान के मध्य विवादित जल की 96 किलोमीटर लम्बी पट्टी है
- पाकिस्तान इसके मुहाने के पूर्वी किनारे का अनुसरण करने वाली लाइन पर दावा करता है, जबकि भारत एक केन्द्रीय रेखा का दावा करता है
- पाकिस्तान द्वारा किये गये दावो के अनुसार , 1914 में तत्कालीन सिंध सरकार और कच्छ के राव महाराज के बीच हस्ताक्षरित ' बम्बई सरकार संकल्प ' ( Bombay government Resolution ) के अनुच्छेद 9 और 10 के अनुसार पुरे क्रीक क्षेत्र पर उसी का अधिकार है .
इस संकल्प - पत्र में इन दोनों क्षेत्रो के बीच की सीमाओं को सीमांकित किया गया. इसमें क्रीक को सिंध के हिस्से हिस्से के रूप में शामिल किया गया है. तब से क्रीक के पूर्वी भाग की सीमा को ग्रीन लाइन के रूप में जाना जाता है.
जाने भारत के कितने घरो में हे इन्टरनेट की सुविधा.
- भारत का कहना है सर क्रीक को थालवेग सिध्दांत के अनुसार दोनों देशो के बीच विभाजित किया जाना चाहिए .
- अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत एक थालवेग प्राथमिक जलमार्ग के बीच वह जलमार्ग है. जो राज्यों के मध्य सीमा रेखा को परिभाषित करता है.
- भारत और पाकिस्तान के मध्य सर क्रीक क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सीमा और अंतर्राष्ट्रीय समुंद्रीय सीमा रेखा का सीमांकन नही किया गया है.
सियाचिन ग्लेशियर
- सियाचिन ग्लेशियर लद्दाख का हिस्सा है जिसे अब केन्द्रशासित प्रदेश में बदल दिया गया है. यह दुनिया के गैर - ध्रुवीय क्षेत्रो में दूसरा सबसे लम्बा ग्लेशियर है.
- यह हिमालय के पूर्वी काराकोरम श्रेणी में स्थित है. जो पॉइंट NJ9842के उत्तर पूर्व में स्थित है. यहाँ भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा समाप्त होती है. यह दुनिया का सबसे ऊँचा युद्ध क्षेत्र है.......
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